फिल्म सिटी में चली गोलियां, मात्र 20 फीट की दूरी पर थे अमिताभ

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मुंबई। फिल्म नगरी और देश की आर्थिक राजधानी के रूप में पहचाने जाने वाले शहर मुंबई में फिल्म सिटी के गेट नं- 2 के पास कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा फायरिंग की गई और एक व्यक्ति को गोली मार दी घई, बताया जा रहा है कि यहां 3 राउंड गोलीबारी हुई है और जिस व्यक्ति को गोली मारी गई है, वह यहां सिक्योरिटी एजेंसी चलाता है।

फायरिंग की इस घटना में सबसे बड़ी और चौकाने वाली बात यह है कि, जिस जगह पर यह घटना हुई, वहां से महज 20 फीट की दूरी पर ही बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी मौजूद थे। हालांकि राहत की बात है कि अमिताभ पूरी तरह से सुरक्षित हैं। लेकिन इस घटना में फायरिंग का शिकार बने युवक, जिसका नाम राजू शिंदे बताया जा रहा है, वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

राजू शिंदे नाम के इस व्यक्ति को घटना के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया। पुलिस के अनुसार उसके पेट और हाथ में मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने गोली मारी है। कुछ दूर तक बदमाशों का पीछा भी किया गया, लेकिन वे पकड़ में नहीं आए। इस घटना की तस्दीक करते हुए सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि उनके कितने करीब यह घटना हुई है।

सूत्रों के मुताबिक शिंदे केबल व्यवसायी है और शिवसेना की चित्रपट शाखा से भी जुड़ा बताया जा रहा है। वह एक सुरक्षा एजेंसी भी चलाता है। लेकिन उस पर हमला किस वजह से हुआ है इसकी जांच आरे कालोनी पुलिस कर रही है। घटनास्थल पर पुलिस पहुंच गई है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

जी मोहन कुमार नए रक्षा सचिव नियुक्त

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नई दिल्ली। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जी मोहन कुमार को शुक्रवार को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति द्वारा पदभार ग्रहण करने की तिथि से दो वर्ष की अवधि के लिए नए रक्षा सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। कुमार ओडिशा कैडर के 1979 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।

वर्तमान में रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग में सचिव के पद पर कार्यरत जी मोहन कुमार वर्तमान में इस पद पर बने 1977 बैच के मणिपुर-त्रिपुरा कैडर के आईएएस अधिकारी राधा कृष्ण माथुर की जगह लेंगे, जो 28 मई को अपने दो साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं।

कुमार ने वाणिज्य मंत्रालय में अपनी सेवाएं दी हैं और 2010 से सितंबर 2013 के बीच जल संसाधन मंत्रालय, नदी विकास और गंगा कायाकल्प में अतिरिक्त एवं विशेष सचिव के रूप में कार्य किया है।

मूल रूप से केरल के रहने वाले कुमार 1 सितम्बर 2014 को रक्षा उत्पादन विभाग में सचिव के रूप में पदभार संभालने से पूर्व इस्पात सचिव के रूप में कार्यरत रह चुके हैं। रक्षा सचिव नियुक्त के रूप में कुमार की नियुक्ति उनके जन्मदिवस पर एक उपहार के समान है, जो कि 27 मई को 60 साल के होने जा रहे हैं और संभवतया इस महीने के आखिर में सेवानिवृत हो सकते हैं।

42 साल तक कोमा में रहने के बाद, रेप की शिकार अरूणा का निधन

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मुंबई। मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) हॉस्पिटल में भर्ती यौन उत्पीडन की शिकार नर्स अरुणा शानबाग का सोमवार सुबह 8:30 बजे निधन हो गया। अरुणा पिछले करीब 42 साल से यहां रेप का शिकार होने के बाद से भर्ती थी एवं कोमा में रहकर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थी, जिसने सोमवार की सुबह हार मान ली और मौत की आगोश में चली गई। अरूणा पिछले पांच दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

केईएम अस्पताल के डीन अविनाश सुपे ने बताया था कि वह निमोनिया से पीडि़त थी। पिछले वर्ष अरुणा को सप्ताह भर आइसीयू में रखने के बाद नगर निगम संचालित केइएम अस्पताल के नवीनीकृत कमरे में स्थानांतरित किया गया था। केइएम अस्पताल परेल में स्थित है। अस्पताल का स्टाफ ही उनकी देखभाल कर रहा था।

अरुणा पर 27 नवंबर 1973 को अस्पताल के एक सफाईकर्मी ने बेरहमी से हमला किया था और दुष्कर्म किया था। उन्हें इसका गहरा सदमा पहुंचा था और वे कोमा में चली गई थी। हादसे के 27 साल बाद सन् 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने अरुणा की मित्र पिंकी बिरमानी की ओर से दायर इच्छामृत्यु याचिका को स्वीकारते हुए मेडिकल पैनल गठित करने का आदेश दिया था। हालांकि 7 मार्च 2011 को कोर्ट ने अपना फैसला बदल दिया था।

क्या है अरुणा शानबाग की दास्तां…

  • 27 नवंबर 1973 को केईएम हॉस्पिटल के वार्ड ब्वॉय सोहनलाल वाल्मिकी ने वहीं की जूनियर नर्स अरुणा शानबाग के साथ दुराचार किया था। अरुणा की आवाज को दबाने के लिए वाल्मिकी ने कुत्ते के गले में बांधी जाने वाली चेन से उसका गला जोर से लपेट दिया था। इस कारण से अरुणा के दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन की कमी हो गई थी।
  • पुलिस ने डकैती और हत्या के प्रयास की धारा के तहत केस दर्ज किया था।
  • केईएम हॉस्पिटल के तब के डीन डॉ. देशपांडे ने भी मेडिकल रिपोर्ट में अरुणा के साथ हुए अप्राकृतिक संबंध की बात को दबा दबा दिया था। ऐसा शायद इसलिए किया गया था क्योंकि कुछ ही दिनों में अरुणा की शादी होने वाली थी।
  • सोहनलाल वाल्मिकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट से डकैती और मारपीट के लिए दो लगातार सात साल की कैद की सजा मिली। उस पर न तो रेप, न ही अप्राकृतिक संबंध और ही दुराचार की धारा के तहत केस चला।
  • 1980 में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने अस्पताल में सात सालों से एक बेड पर पड़ी अरुणा को निकालने के लिए दो प्रयास किए। नर्सों के विरोध के बाद बीएमसी को अपना इरादा बदलना पड़ा।
  • अरुणा की दोस्त पिंकी बिरमानी की ओर से यूथेनेशिया (इच्छा मृत्यु) के लिए दायर याचिका पर 24 जनवरी 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था।
  • सुप्रीम कोर्ट ने अरुणा की इच्छा मृत्यु की याचिका स्वीकारते हुए मेडिकल पैनल गठित करने का आदेश दिया था। हालांकि 7 मार्च 2011 को कोर्ट ने अपना फैसला बदल दिया था।
  • अरूणा जिस हॉस्पिटल में काम करती थीं, वहीं पर वहीं के एक कर्मचारी की दरिंदगी का शिकार बनने के बाद उसी हॉस्पिटल में 42 साल तक भर्ती रहने के बाद, अरूणा ने 18 मई 2015 को उसी हॉस्पिटल में अपना दम तोड़ दिया।

सोनिया गांधी और प्रियंका शिमला की वादियों में निजी दौरे पर

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शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उनकी पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को तीन दिवसीय निजी दौरे पर यहां पहुंचीं। दोनों वायु मार्ग से चंडीगढ़ पहुंची और वहां से सड़क मार्ग के जरिये यहां से 15 किमी दूर चारबरा में एक होटल पहुंची। राज्य सरकार को अधिकारिक तौर पर कोई सूचना न होने के कारण सोनिया और प्रियंका का रास्ते में कहीं भी न तो स्वागत किया गया और न ही उन्होंने किसी से मुलाकात की।

प्रियंका ने भारत के राष्ट्रपति के गर्मियों के अवकाश वाले विश्रामस्थल द र्रिटीट के समीप 4.25 बीघा जमीन खरीदी है और वह वहां एक मकान बनवा रही हैं। होटल में कुछ समय रहने के बाद सोनिया एवं प्रियंका दो वास्तुकारों के साथ निर्माण स्थल के लिए रवाना हो गई। दो घंटे तक वहां समय बिताने के बाद वे वापस होटल लौट आईं।

सुरक्षा संबंधी तामझाम न होने के कारण रास्ते में किसी को यह अंदाजा भी नहीं लग पाया कि सोनिया गांधी और प्रियंका शिमला जा रही हैं। बताया जाता है कि जाबली के पास थोड़ी देर के लिए इनकी गाड़ी पर्यटकों की गाड़ियों की भीड़ में फंसी भी रही। सोनिया और प्रियंका करीब 12:45 बजे शिमला पहुंचीं।

सोनिया और प्रियंका शिमला में ओबराय ग्रुप के मशहूर होटल वाइल्ड फ्लावर हॉल में रुकी हैं। इनका यहां दो दिनों तक और रुकने का कार्यक्रम है। शिमला से करीब 9 किलोमीटर दूर छराबड़ा में जहां सोनिया और प्रियंका रुकी हैं वहीं उनका घर भी बन रहा है। शाम को सोनिया और प्रियंका ने वहां पहुंच घर के निर्माण कार्य का मुआयना किया।

इस घर को बना रहे इंजीनियर और आर्किटेक्ट भी इस दौरान उनके साथ रहे। बताया जाता है कि प्रियंका ने घर के डिजाइन में कुछ फेरबदल करने के निर्देश भी दिए। प्रियंका चाहती हैं कि घर के सामने की बॉलकनी को थोड़ा और खुला रखा जाए ताकि वहां से बाहर के दृश्य को निहारा जा सके। माना जा रहा है कि सोनिया और प्रियंका सोमवार को भी घर के निर्माण का जायजा लेंगी।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2007 में 47 लाख रुपये में करीब सवा चार बीघा जमीन खरीदी थी। वर्ष 2011 में यहां मकान बनाने का काम शुरू हुआ था। बाद में निर्माण कार्य के संतोषजनक न होने के कारण प्रियंका के कहने पर इसके ढांचे को गिरा दिया था। अब नये सिरे से घर का निर्माण किया जा रहा है। यह घर क्योंकि छराबड़ा में स्थित राष्ट्रपति निवास के समीप है इसलिए यह पूरा क्षेत्र सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी में है।

15 दिनों में दूसरी बार फिर बढ़े पेट्रोल एवं डीजल के दाम

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नई दिल्ली। तेल विपणन कंपनियों ने मई के महीने में लगातार दूसरी बार पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी की है, इससे पहले 1 मई को ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की गई थी, जिसमे पेट्रोल के दाम 3.96 रुपये तथा डीजल के दाम 2.37 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए थे। इसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर से पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ा दिए गए, जिसमे पेट्रोल के दाम में 3.13 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल के दाम में 2.71 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया गया है। बढ़ी हुई कीमतें शुक्रवार मध्यरात्रि से लागु हो गई है।

मोदी सरकार के कार्यकाल में यह डीजल के दामों में सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी है जबकि पेट्रोल के दाम में दूसरी सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी। इससे पहले 1 मई से पेट्रोल के दाम बढ़ाए गए थे। इस प्रकार एक पखवाड़े के भीतर पेट्रोल के दाम 7.09 रुपये तथा डीजल के दाम 5.08 रुपये बढ़ गए हैं।

डीजल के दाम बढ़ने से खाद्य पदार्थों समेत सभी जरूरी चीजों की ढुलाई बढ़ने से इनकी कीमतें बढ़ेंगी जिससे आम लागों के घर का बजट गड़बड़ा सकता है। इसके अलावा इस बार बेमौसम बारिश से रबी की फसल को हुए नुकसान के कारण दालों के दाम पहले ही आसमान छू रहे हैं।

मानसून के दीर्घावधि औसत से कम रहने के अनुमान से आने वाले दिनों में खाद्य पदार्थों की कीमतें और बढ़ सकती हैं। खुदरा खाद्य महंगाई दर अप्रैल महीने में घटकर 5.11 प्रतिशत तथा थोक खाद्य महंगाई 5.73 फीसदी रही थी। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने के बाद इसमें बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है।

इससे पहले अप्रैल के आखिरी सप्ताह में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोत्तरी की गई थी। उस दौरान पेट्रोल 3.96 रुपये प्रति लीटर और डीजल 2.37 रुपये प्रति लीटर महंगा किया गया था। इससे पहले 2 अप्रैल व 16 अप्रैल को पेट्रोल के दाम में क्रमश: 49 पैसे व 80 पैसे प्रति लीटर, जबकि डीजल के दाम में 1.12 रुपये व 1.30 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी।

अगस्त से फरवरी के दौरान पेट्रोल के दाम में कुल मिलाकर दस कटौतियों में 17.11 रुपये प्रति लीटर की कमी की गई, जबकि अक्टूबर से फरवरी के दौरान डीजल के दाम में छह कटौतियों में कुल मिलाकर 12.96 रूपये प्रति लीटर की कमी की गई। इसके बाद 16 फरवरी को पेट्रोल के दाम में 82 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल के दाम में 61 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गई। एक मार्च को दाम फिर बढ़े थे।

2011 के सिविल सेवा अभ्‍यर्थियों को इस साल मिलेगा अतिरिक्त मौका

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नई दिल्ली। साल 2011 में आयोजित की गई सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए एक अच्छी खबर है कि उन्हें इस साल एक अतिरिक्त अवसर दिया जाएगा। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि, जिन लोगों की वर्ष 2011 में सिविल सेवा परीक्षा ली गई थी, उन्हें इस वर्ष एक अधिक मौका दिया जाएगा।

बहुत अधिक संख्या में छात्रों ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम के विरोध में प्रदर्शन किया था। छात्रों ने सीसैट या प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे पत्र को परिवर्तित करने की मांग की थी। छात्रों के व्यापक विरोध के मद्देनजर सरकार ने अंगेजी के अंक को अंतिम मेधा सूची में शामिल नहीं करने का निर्णय लिया था।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने तब कहा था कि 2011 में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों को 2015 में अतिरिक्त मौका दिया जायेगा। सरकार की तरफ से मंत्री द्वारा दिए गए इस आश्वासन के आलोक में यह निर्णय लिया गया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 में ही सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के प्रारूप में परिवर्तन किया गया था।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़

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जम्मू। जम्मू एवं कश्मीर के रियासी जिले में सुरक्षा बलों ने बुधवार को एक आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ किया गया है, जिसकी जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर यह छापेमारी की कार्रवाई की गई।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर चासना तहसील के कुंद्राधन में पुलिस तथा राष्ट्रीय राइफल्स ने एक संयुक्त अभियान के तहत एक आतंकवादी ठिकाने का भंडाफोड़ किया।

ठिकाने से दो एके-56 राइफलें, दो मैग्जीन, 7.62 एमएम असॉल्ट राइफल के 82 कारतूस, एक रेडियो सेट तथा एक हथगोला बरामद किया गया।

सरकारी विज्ञापनों में राजनेताओं की तस्वीर पर सुप्रीम कोर्ट की रोक

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नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक फैसले में बुधवार को सरकार तथा इसकी एजेंसियों के विज्ञापनों में मंत्रियों सहित राजनेताओं की तस्वीरों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। न्यायालय ने कहा कि यह व्यक्ति पूजा को बढ़ावा देने जैसा है। न्यायमूर्ति रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने हालांकि सरकार तथा इसकी एजेंसियों के विज्ञापनों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, देश के प्रधान न्यायाधीश तथा राष्ट्रपिता सहित दिवंगत नेताओं की तस्वीरों का इस्तेमाल करने की इजाजत दी।

न्यायालय ने कहा कि विज्ञापनों में किसी व्यक्ति, नेता या मंत्री के फोटो का इस्तेमाल न सिर्फ उस व्यक्ति को परियोजना से जोड़ता है, बल्कि यह व्यक्ति पूजा को भी बढ़ावा देता है। न्यायालय ने कहा कि यह लोकतंत्र के साथ सीधे तौर पर अन्याय है।

फैसले के मुताबिक, “हमारा यह विचार है कि केवल राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा भारत के प्रधान न्यायाधीश के मामले में ही अपवाद (विज्ञापन में तस्वीर) होना चाहिए।” इस संदर्भ में न्यायालय ने एन.आर.माधवन मेनन समिति की उस सिफारिश को अस्वीकार कर दिया, जिसमें सरकारी विज्ञापनों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल या मुख्यमंत्री की तस्वीर प्रकाशित करने की सिफारिश की गई थी।

न्यायालय ने कहा कि महत्वपूर्ण व्यक्तित्व जैसे देश के राष्ट्रपति की वर्षगांठ मनाने के लिए जारी विज्ञापनों में दिवंगत नेता की तस्वीर होगी। दो गैर सरकारी संगठनों ने केंद्र तथा राज्य सरकारों द्वारा सार्वजनिक फंड का इस्तेमाल कर सरकारी विज्ञापन जारी करने पर रोक लगाने के लिए अदालत से निर्देश देने की मांग की थी। उनके मुताबिक, इसका प्राथमिक उद्देश्य सरकार के अलग-अलग पदाधिकारियों या सत्तासीन पार्टी का गुणगान करना होता है।

माधवन मेनन समिति की अधिकांश सिफारिशों को मंजूर कर लिया गया, हालांकि न्यायालय ने प्रत्येक मंत्रालय द्वारा निष्पादन लेखा परीक्षा के संबंध में ओम्बुड्समैन की नियुक्ति तथा चुनाव की पूर्व संध्या पर विज्ञापनों पर प्रतिबंध की सिफारिश को अस्वीकार कर दिया। ओम्बुड्समैन की सिफारिश को अस्वीकार करते हुए न्यायालय ने कहा, “सरकार को तीन सदस्यीय निकाय का गठन करना चाहिए, जिनके सदस्य स्पष्ट रूप से तटस्थ व निष्पक्ष हों और अपने क्षेत्रों में उन्हें महारत हासिल हो।”

भू-अधिग्रहण के विरोध में भाकपा का आंदोलन गुरुवार को

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लखनऊ। केन्द्र सरकार द्वारा थोपे जा रहे भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को रद्द कराने और मौसम की मार से बर्बाद हुए किसान और ग्रामीण मजदूरों को पर्याप्त राहत दिलाने की मांगों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) गुरुवार को पूरे देश में आंदोलन छेड़ेगी।

भाकपा राज्य सचिव डा. गिरीश ने आईपीएन को बताया कि प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ता 14 मई को बड़े पैमाने पर सड़कों पर उतर कर जिलों-जिलों में रास्ता रोकेंगे। इस आन्दोलन के लिए भाकपा का नारा है – ‘खेत बचाओ, किसान बचाओ, कारपोरेट से देश बचाओ’।

उन्होंने कहा कि वह खुद सुल्तानपुर में आन्दोलन का नेतृत्व करेंगे जबकि सह सचिव अरविन्द राज स्वरूप और राज्य सचिव मंडल सदस्य आशा मिश्रा एवं सदरूद्दीन राना लखनऊ में आन्दोलन का नेतृत्व करेंगे। इसके अलावा राज्य सह सचिव इम्तियाज अहमद मऊ में, मंत्रि परिषद सदस्य अतुल कुमार सिंह फैजाबाद में एवं अजय सिंह बुलन्दशहर में आन्दोलन का नेतृत्व करेंगे।

भूकम्प से नेपाल में 42 और बिहार में 34 लोगों की मौत

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नई दिल्ली। बीते महीने 25 तारीख को आए भूकम्प में करीब 8000 लोगों की जान चले जाने के बाद मंगलवार को एक बार फिर से आए भूकम्प ने नेपाल समेत देश के कई हिस्सों में कहर बरपाया है, जिसमे नेपाल में करीब 42 और बिहार में 34 लोगों के मारे जाने की खबर है।

मंगलवार को आए भूकम्प का केंद्र भी पिछली बार की तरह ही नेपाल में था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.3 मापी गई। भूकंप से भारत में 40 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 34 बिहार में मारे गए जबकि अन्य छह मृतक यूपी के हैं।

दिल्ली में नेपाली दूतावास ने कहा कि आज आए भूकंप और बाद के झटकों में वहां 42 लोगों की मौत हो गई और 543 लोग घायल हो गए। अभी नेपाल 25 अप्रैल को आए भूकंप से उबरने की जुगत में लगा ही हुआ है जिससे अब तक 8000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

बिहार में भूकंप से सबसे अधिक सीतामढ़ी में पांच लोगों की जान गई। दरभंगा व मुजफ्फरपुर में दो-दो और समस्तीपुर व पश्चिम चम्पारण में एक-एक की मौत हुई। वहीं पटना में चार, छपरा में तीन, सीवान-गोपालगंज में दो-दो और नवादा, शेखपुरा, औरंगाबाद तथा वैशाली में एक-एक की मौत हुई। उधर, मधेपुरा में दो और अररिया व किशनगंज में भी एक-एक की जान गई।

हालांकि बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य में सात लोगों के मरने और 24 के घायल होने की पुष्टि की है। 25 अप्रैल को आए भूकंप के बाद राज्य में 58 लोग मारे गए थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 थी।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दोपहर 12:35 बजे रिक्टर पैमाने पर 7.3 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र काठमांडो से पूर्व में करीब 70 किलोमीटर दूर 18.5 किलोमीटर की गहराई में था। विभाग ने बताया कि बाद में 6.2, 5.4 और 4.8 तीव्रता के तीन झटके महसूस किए गए। भारत में दिल्ली से लेकर चेन्नई तक अनेक हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि इन स्थानों से किसी के हताहत होने या संपत्ति के बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है।

दिल्ली, पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में लोग आज झटका महसूस होने के तत्काल बाद इमारतों से बाहर आ गये। वे अभी पिछले झटके को भुला भी नहीं पाए होंगे। आज भूकंप के तत्काल बाद दिल्ली सचिवालय और राष्ट्रीय राजधानी की अनेक इमारतों को खाली करा लिया गया। मेट्रो सेवाओं को तत्काल रोक दिया गया। अधिकारियों के अनुसार कई इलाकों में ऊंची इमारतों को खाली करा लिया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप के तत्काल बाद हालात का जायजा लिया और सभी संबंधित अधिकारियों को राहत और बचाव अभियान के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक उच्चस्तरीय बैठक में नेपाल और भारत के हिस्सों में भूकंप के ताजा झटकों के बाद हालात का जायजा लिया।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गृह मंत्रालय भूकंप से हुए नुकसान के बारे में राज्यों से जानकारी एकत्रित कर रहा है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को सतर्क कर दिया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक एलएस राठौर ने कहा कि बाद के झटके कुछ सप्ताह तक या कुछ महीने तक भी जारी रह सकते हैं।