20 हजार की रिश्वत लेते भू-वैज्ञनिक गिरफ्तार

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अजमेर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर ने शुक्रवार दोपहर खनिज विभाग के वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक को बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह रिश्वत सरवाड़ तहसील के टांटोटी गांव में क्वाट्स-फैल्सपार की खदान के सर्वे की एवेज में ली गई थी।

एसीबी दल ने मनोज कुमार मीणा के अजमेर और जयपुर आवास की तलाशी ली। यहां विदेशी मुद्रा के साथ लाखों की नकदी और दस्तावेज मिले हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसीबी जयपुर) बजरंग सिंह ने शुक्रवार दोपहर जयपुर वैशाली नगर निवासी फूलसिंह से बीस हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में जयपुर रोड खनिज भवन में वरिष्ठ भू- वैज्ञानिक मनोज कुमार मीणा को गिरफ्तार कर लिया।

दल ने मीणा के कब्जे से परिवादी फूलसिंह की ओर से दी बीस हजार रुपए की रकम बरामद की। एसीबी की कार्रवाई की भनक लगते ही खनिज भवन में हड़कम्प मच गया। दल ने खजिन भवन की पहली मंजिल स्थित मीणा के दफ्तर से फाइलें जब्त की।

जबकि अजमेर एसीबी दल ने मीणा के पंचशीलनगर-सी ब्लॉक स्थित बंगले पर तलाशी ली। जबकि जयपुर में भी मीणा के आवास की तलाशी अभियान चला। देर शाम तक मीणा के अजमेर व जयपुर आवास पर एसीबी टीम की कार्रवाई चलती रही।

पुलिस ने वापस ली भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी की सुरक्षा एस्कोर्ट

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जैसलमेर। पुलिस उच्चाधिकारियों के द्वारा की गई एक समीक्षा के अनुसार, अब आवश्यकता नहीं होने की वजह से राजस्थान पुलिस के द्वारा भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी को पिछले करीब 2 साल से द्वारा दी जा रही सुरक्षा एस्कोर्ट को वापस ले लिया गया है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) यू आर साहू के मुताबिक, “पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा) के द्वारा की गई समीक्षा के अनुसार विधायक घनश्याम तिवाड़ी को अब सुरक्षा एस्कोर्ट की आवश्यकता नहीं होने के बाद राजस्थान पुलिस के द्वारा भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी की सुरक्षा प्रणाली को वापस लिया गया है।”

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) यू आर साहू ने इस बाबत सभी संभागों के आईजी, जिला पुलिस अधीक्षक, जयपुर एवं जोधपुर पुलिस आयुक्त और उपायुक्तों को आदेश जारी कर बताया कि यह आदेश सोमवार से ही लागू हो गए हैं।

उल्लेखनीय है कि घनश्याम तिवाड़ी जयपुर के सांगानेर क्षेत्र से विधायक हैं एवं उन्हें मई 2013 से उनकी विभिन्न सड़क यात्राओं के दौरान पुलिस के द्वारा सुरक्षा एस्कॉर्ट प्रदान की जा रही थी, जिसमे पुलिस टीम के साथ 3 कॉन्स्टेबल एवं एक एएसआई रेंज का अधिकारी मौजूद होते थे।

फिर उठा धूल का गुबार, बारिश की बूंदों ने दिलाई गर्मी से राहत

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अजमेर। बुधवार की शाम एक बार फिर से आसमान में धूल छाई रही। इससे घरों, दोपहिया-चौपहिया वाहनों पर रेत की परत जम गई। धूल के कारण मौसम ने करवट ली और इसी के साथ आसमान भी काला-पीला नजर आने लग गया। शाम को 4:30 बजे आसमान में फिर धूल का गुबार बना, जिसे बारिश ने शांत किया, जिससे शहरवासियों ने गर्मी से कुछ राहत महसूस की। हालाँकि कुछ जगह पर शाम को भी अंधियारा सा एहसास हुआ।

मंगलवार की शाम पाकिस्तान से उठे बवंडर के कहर ने पहले से ही मौसम के धूल का गुबार बना दिया था, इसके बाद बुधवार को सुबह से ही आसमान में धूल छाई हुई दिखाई दे रही थी, जिसे देखकर लोगों को अहसास हो रहा था की आज शायद फिर से आसमान में धूल का गुबार उठेगा और चारों ओर मिट्टी ही मिट्टी फैलने वाली है।

बुधवार को पूरे दिन कभी भी आंधी-अंधड़ का अंदेशा बना हुआ रहा, हालाँकि दिन में कुछ देर के लिए कड़ी धूप निकल आई थी, जिससे लोगों का गर्मी से हाल-बेहाल था, लेकिन शाम होने के साथ ही आंधी शुरू हो गई और कुछ देर बाद बारिश की बूंदों के आने से लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की और साथ ही सूरज के धूल में लिपटने की वजह से झुलसाने वाली धूप के तेवर ढीले पड़ गए।

राजनाथ सिंह ने किया महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण

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उदयपुर। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को राजस्थान में उदयपुर संभाग कर प्रतापगढ़ जिला कलक्ट्रेट परिसर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। प्रताप न केवल वीर, शूरवीर और देशभक्त थे, बल्कि उनमें जीवन मूल्यों के गुण कूट-कूट कर भरे थे।

उन्होंने कहा कि सरकार महाराणा प्रताप के जीवन से  प्रेरणा लेने के लिए उनकी शौर्य गाथा का दुनियाभर में प्रचार-प्रसार करने का प्रयास कर रही है। इस वर्ष महाराणा प्रताप की 475वीं जयंती देशभर में मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप वीरता, शौर्य व पराक्रम की प्रतिमूर्ति थे। उन्हें किसी भूगोल की सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता है। वे महिला सम्मान के रक्षक थे। उनका जीवन आदर्श पर आधारित था। इसीलिए उन्हें सदियों के बाद भी आदर से याद किया जाता है।

उन्होंने राजस्थान को वीरों की भूमि बताते हुए पन्नाधाय व भामाशाह के त्याग तथा मीरा बाई की भक्ति को याद किया। उन्होंने कहा पन्नाधाय की युक्ति, भामाशाह की सम्पत्ति, मीरा की भक्ति और महाराणा प्रताप की शक्ति इस देश को महान् बनाती है। इनसे नौजवानों ने देशभक्ति की प्रेरणा ली और देश को आजाद कराया। उन्होंने चन्द्रशेखर आजाद व अशफाक उल्ला खां की देशभक्ति को भी याद किया।

केन्द्रीय गृहमंत्री ने महाराणा प्रताप की जीवन गाथा को राजस्थान की तर्ज पर देशभर के बच्चों को पढ़ाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि वह महाराणा प्रताप की जीवनी केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में शामिल करवाने के लिए मानव संसाधन मंत्रालय से बात करेंगे। धर्मगुरू 1008 ध्यानयोगी महर्षि उत्तम स्वामी ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जीवनी को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बताया। उन्होंने गृहमंत्री से कहा कि वे सरकारी स्तर पर ऐसी प्रतियोगिताएं कराने का प्रयास करें, जिससे घर-घर में महाराणा प्रताप जैसे देशभक्त बनें।

राज्यसभा सांसद वी.पी. सिंह बदनोर ने केन्द्रीय गृह मंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करना चाहिए, जिससे प्रदेश के युवाओं को नौकरियों में ज्यादा मौके मिल सकें। उन्होंने हथियार लाइसेंस जारी करने व नवीनीकरण की प्रक्रिया सरल करने की भी मांग रखी।

इस पर गृह मंत्री ने राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि देश के कोने-कोने से विभिन्न भाषाओं को मान्यता देने की मांग चल रही है। इस पर सरकार गंभीर है और वह प्रधानमंत्री से इस संबंध में बात करेंगे। आम्र्स लाइसेंस पर गृह मंत्री ने कहा कि सरकार इस संबंध में नई नीति बना रही है, वेबसाइट पर लोगों की राय जानी जा रही है। लोगों के विचार जानने के बाद उपयुक्त नीति बनाई जाएगी।

पुलिस में ‘फिट’ है तो आप ‘हिट’ है : आईजी दत्त

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अक्सर पुलिस को देखते ही आपके दिल में एक भयपूर्ण नफरत पैदा होती है। दरअसल, आपको बचपन से ही सिखाया गया कि पुलिस से बचकर रहना। पुलिस कभी दोस्त नहीं होती, वगैराह-वगैराह। छोटे बच्चों को उनके माता-पिता अक्सर किसी न किसी बात पर पुलिस का डर बताकर चुप होने के लिए कहते हैं, जिससे बच्चों के दिमाग में पुलिस की एक अलग ही छवि बन जाती है और शायद यही वजह है कि बड़ा होने के बाद भी उस बच्चे के दिमाग में पुलिस की वाही छवि बानी रह जाती है, जो उसके माता-पिता ने उसे बचपन में दिखाई थी। इसलिए हम पुलिस को सम्मान से दूर रखते हैं।

भले ही यह भी सच्चाई है कि इन पुलिस वालों के खौफ से हमारी जवान बेटियां अकेली स्कूल-कॉलेज जाकर सुरक्षित घर लौटती हैं। हमारे व्यापारी लाखों रूपया नकद अखबारों में बंडल बांधकर या प्लास्टिक के थेलों में डालकर बैंक से ले आते हैं या जमा करवाने चले जाते हैं। इससे भी आगे बढ़कर आप और हम चैन की नींद जो सोते हैं, उसमें भी पुलिस के जागने का बलिदान है। सच्चाई तो यह है कि पुलिस वालों के जीवन की ‘आहुति’ से ही हम सम्मान से जी रहे हैं। पुलिस की पृष्ठभूमि और सामाजिक सोच से अलग हटकर हम आज शुभारम्भ हुए 39वें जोधपुर रेंज पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता का दृश्य देखते हैं, जिसमें जोधपुर की चार टीम के साथ जालोर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली सहित कुल नौ टीमें, 540 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जिनमें महिला पुलिस की खिलाड़ी भी शामिल है।

पुलिस जवानों को छोटी-छोटी गलतियों पर डांटने-फटकारने वाले बड़े पुलिस अधिकारियों का दूसरा रूप भी आज के खेल समारोह के उद्घाटन में देखने को मिला, जब एक परिवार के सदस्यों की तरह बड़े अधिकारी से नये रंगरूट जवान तक अनुशासनबद्ध, संवेदनशील हृदय का परिचय दे रहे थे। बड़े अधिकारी खेलों से स्वास्थ्य, परिवार और जीवनशैली बदलने की सीख दे रहे थे।

पुलिस थानों के घुटन और तनावपूर्ण वातावरण से अलग पाली पुलिस लाईन के खेल मैदान पर आज के रेंज खेलकूद प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में उच्च अधिकारी अपने जवानों पर स्नेह, सीख एवं आत्मीयता का प्रभाव छोडऩे के साथ साहित्यक प्रेम के परिचय में कविता की पंक्तियों का उल्लेख करते देखे गये। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरिक्षक सुनिल दत्त ने खिलाडियों के परेड के बाद कहा कि खेल के मैदान में हमें धर्म-जाति-समूह-क्षेत्रियता के बंधन से मुक्त होकर एक अनुशासनबद्ध खिलाड़ी की तरह खेलकर परिचय देना चाहिये कि पुलिस के जवान अनुशासित जीवन जीने वाले तथा समाज की रक्षा के प्रहरी है।

आईजी दत्त ने कहा कि पुलिस की नौकरी की समय सीमा तय नही है एक जवान को दो-चार घंटों से लेकर कई बार चौबीस घंटे भी काम करना पड़ता है ऐसे हालात में खेलकूद को नियमित दिनचर्या में लिया जाये तो तनाव कम ही नहीं खत्म भी हो सकता है। आपने कहा कि खेलों से आप फिट रहेंगे तो परिवार भी फिट रहेगा साथ ही हमारा पुलिस महकमा भी फिट रहेगा। संवेदनशील हृदय का परिचय देते हुए आईजी सुनिल दत्त ने अपने बचपन के खेल संस्मरण भी सुनाये और बचपन के खेलों को बड़े होकर खेलने वालों से तुलना करते हुए कहा कि आजकल समाज में बड़े होकर लोग एक दूसरों को ‘पटखनी’ देने का खेल खेलते हैं जिससे हमें दूर रहकर समाज को सुरक्षा एवं अपने कर्तव्यों के प्रति सजगता का परिचय देना चाहिये।

खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजक एवं पाली पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार टांक ने कहा कि सात जिलों की सीमाओं से जुड़े पाली जिले को 39वें खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन का सौभाग्य मिला है। प्रतिभागी जवान खिलाड़ी अपनी टीम भावना से खेलकर अनुशासन का परिचय देवें। आपने सम्बोधन में कवि की पंक्तियां कही ‘जीतकर जो रूक गया उसे जीता नहीं कहूंगा, हार कर जो चल पड़ा उसे हारा नहीं कहूंगा।’

समारोह के अध्यक्ष एवं पाली विधायक ज्ञानचन्द पारख ने समारोह में देर से आने को राजनेताओं का भ्रम बताते हुए कहाकि राजनैतिक कार्यक्रम देर से शुरू होते हैं, जबकि आज के पुलिस समारोह ने मुझे समय पाबन्दी एवं पुलिस के अनुशासन की सीख दी है। नगर परिषद चेयरमेन महेन्द्र बोहरा ने भी खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं एवं टीम स्पीड से खेलने का संदेश दिया।

आज के समारोह में जोधपुर रेंज के विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारियों ने भी अपनी टीमों के साथ भाग लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोढ़ा बाल निकेतन के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति, मार्शल आर्ट कोच आसिफ खान ने सेल्फ डिफेन्स एवं गैर नृत्य का आयोजन भी दर्शकों एवं खिलाडियों को समारोह में बांधे रखने में सहयोगी रहा।

बेस्ट टीम को आईजी पुरस्कार…
जोधपुर रेंज खेलकूद प्रतियोगिता की 9 टीमों में सर्वश्रेष्ठ खेल प्रदर्शन करने वाली टीम को आईजी सुनिल दत्त अलग से सम्मानित करेंगे। खेल शुभारम्भ में खिलाडियों को अच्छे प्रदर्शन का गुरूमंत्र देते हुए आईजी दत्त ने प्रोत्साहन के लिए ‘बेस्ट टीम’ को आईजी जोधपुर रेंज की ओर से विशेष पुरूस्कार देने की घोषणा कर उत्साहित किया।

58 को सेवा चिन्ह अलंकरण…
जोधपुर पुलिस रेंज के उत्कृष्ट सेवा कार्य करने वाले 58 पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को आईजी सुनिल दत्त ने खेलकूद उद्घाटन समारोह में पुलिस सेवा चिन्ह अलकंरण से सम्मानित किया। खेल के मैदान पर गौरान्वित अधिकारियों के सीने पर स्वयं आईजी दत्त ने सेवा चिन्ह लगाकर 58 पुलिस जवानों को अच्छी सेवा के लिए प्रोत्साहित किया।
 
याद करो कुर्बानी…खेलों के शुभारम्भ पर लोढ़ा बाल निकेतन छात्र-छात्राओं ने युद्ध के समय सीमा पर पुलिस जवानों के कौशल एवं साहसिक युद्ध का सजीव चित्रण मय हिमालय की पहाडिय़ों के किया। साथ ही बालिकाओं द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि का अमरगीत ‘ए मेरे वतन के लोगों’ को पहली बार डांस पर पेश कर मार्मिक एवं भावुक वातावरण पैदा कर दिया।

अब्दुल सत्तार सिलावट

जेडीए ने हटाये एयरपोर्ट रोड से अतिक्रमण

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जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा शनिवार को 200 फीट एयरपोर्ट रोड से अतिक्रमण हटाये गए एवं भोजपुरा कच्ची बस्ती से सड़क मार्ग पर अतिक्रमणों को हटाने के बाद मलबा हटाने की कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही से सुदर्शनपुरा ओद्योगिक मार्ग से ही परिवहन मार्ग, रेलवे स्टेशन की ओर जाने के लिए नया मार्ग सुलभ होगा।

अतिरिक्त मुख्य अभियंता अरविन्द आर्य एवं जोन उपयुक्त 9 भागीरथ हावा की अगुआई में एयरपोर्ट रोड से एक पुराना टूटा हुआ मकान, मजार एवं मंदिर की चारों तरफ की दीवारें और दो छोटे मकानों को ध्वस्त किया गया। सांगानेर से महल रोड, जगतपुरा को जोड़ने वाली इस 5 किलोमीटर लम्बी सड़क में 3 किमी सड़क का निर्माण पूर्व में पूर्ण कर लिया गया था।

जेडीए आयुक्त शिखर अग्रवाल द्वारा इस महत्वपूर्ण सदके के कार्य की निरंतर समीक्षा कर इसकी बाधाओं को दूर किया जा रहा है। शेष बचे 2 किमी हिस्से में से एक तिहाई अतिक्रमणों को हटा दिया गया है। जेडीए द्वारा एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 के निकट दुकानों का बुधसिन्ह्पुरा में पुनर्वास किया जायेगा, जिससे इस सड़क को अतिक्रमण मुक्त किया जा सके। इस सड़क के शेष हिस्से के निर्माण के बाद टोंक रोड से यातायात दबाव कम होगा तथा सांगानेर से जगतपुरा की ओर महल रोड तक एक सुगम मार्ग भी मिलेगा।

उधर, सड़क मार्ग में बाधा बन रही भोजपुरा कच्ची बस्ती से अतिक्रमण हटाने के बाद शनिवार को मलबा हटाने की कार्यवाही की गई। यहाँ रोड के बन जाने से अब सुदर्शनपुरा औद्योगिक क्षेत्र की ओर से राज्य मोटर गैराज, जेवीएनएल ऑफिस के पीछे से रेलवे लाईन के साथ-साथ होते हुए परिवहन मार्ग, रेलवे स्टेशन की ओर जाने के लिए सीधा मार्ग मिल जायेगा।

अभी यहाँ से लोग सहकार मार्ग पर आते थे, जिसकी वजह से सहकार सर्किल पर ट्रेफिक का दबाव बढ़ जाता था, जिससे अब मुक्ति मिलेगी। जेडीए द्वारा अब यहाँ सड़क बनाने का कार्य किया जायेगा, जिस पर करीब एक करोड़ तीस लाख रुपए व्यय होंगे। सड़क निर्माण का कार्य आगामी चार महीनों में पूरा कर लिया जायेगा।

7 वर्षीय प्रभव ने दी भूकम्प पीड़ितों की सहायतार्थ अपनी बचत

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अजमेर। नेपाल में आए विनाशकारी भूकम्प के बाद एक ओर जहां दुनियाभर के लोग नेपाल में भूकम्प पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अजमेर के एक सात वर्षीय बालक ने भी भूकम्प पीड़ितों की सहायता के लिए अपना अहम योगदान देकर एक मिसाल कायम की है। अजमेर के इस सात वर्षीय बालक प्रभव शर्मा ने अपनी बचत के नेपाल के भूकम्प पीड़ितों की सहायता के लिए दिए हैं।

अजमेर जिला परिषद के नवनियुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश चौहान ने आज पदभार ग्रहण किया। लायन्स क्लब अजमेर उंमग के चार्टर अध्यक्ष लायन राजेन्द्र गांधी ने चौहान का स्वागत किया। इस अवसर पर भगवती मशीन टुल्स के दिनेश शर्मा के पोत्र प्रभव शर्मा ने नेपाल में आए भूकम्प से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए अपनी बचत के 4860 रूपये सहित कुल 5100 रूपये कार्यकारी अधिकारी को दिये।

चौहान ने 7 वर्षीय मयूर स्कुल की दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले प्रभव शर्मा के इस कार्य की सराहना करते हुए आशा व्यक्त जताई कि छोटी उम्र में ही ऐसी दया भाव से दूसरों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।

डांगावास में खूनी संघर्ष : मृतकों का ग़मगीन माहौल में अंतिम संस्कार

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मेड़तासिटी। मेड़ता नगर के पास ग्राम डांगावास गांव में खेत के विवाद को लेकर गुरुवार को हुए खूनी संघर्ष में चारों मृत्तकों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया। डांगावास में खूनी संघर्ष में रतनाराम एवं पांचाराम दोनों भाई थे, जिनकी अंतिम यात्रा शुक्रवार देर शाम को डांगावास मेघवालों के मोहल्ले स्थित उनके पैतृक घर से एक रवाना हुई।

देर शाम को दोनो का अंतिम संस्कार गमगीन महौल में किया गया। जबकि मृतक रामपाल गुंसाई निवासी डांगावास का सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं मृतक रतनाराम के रिश्तेदार पोकरराम का अंतिम संस्कार सुबह पुरोहितासनी गांव में कर दिया गया। चारों मृत्तक कोपोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया।

गौरतलब है कि पांचाराम मेघवाल की मृत्यु अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में उपचार के दौरान हो गई, जहां परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया। स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की समझाइस के बाद परिजन राजी हुए। ऐसे में पांचाराम का शव अजमेर से डांगावास पहुंचने में विलम्ब हुआ। पांचाराम का शव शाम छह बजे डांगावास पहुंचा। बाद में दोनो मृतकों की अंतिम यात्रा पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच निकाली गई।

इस मौके पर एसडीएम सोहन लाल कायल मेड़ता सिटी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्यारेलाल शिवरान नागौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पी.आर. डूडी मेड़ता, पुलिस उपअधीक्षक अमरजीत सिंह बेदी डेगाना, पन्नालाल, एसएचओ गंगाराम विश्नोई गोटन समेत से करीब सौ पुलिसकर्मियों का जाप्ता तैनात रहा।

खेत के विवाद को लेकर खूनी संघर्ष में चार की मौत

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मेड़ता सिटी। मेड़ता नगर के पास डांगावास सरहद पर एक खेत में गुरुवार को खेत के विवाद को लेकर आपसी खूनी संघर्ष में चार लोगों को मौत हो गई। जबकि अन्य 12 जने घायल हो गए, जिनमें पांच महिलाएं भी शामिल है। दो गुटों के बीच हुए संघर्ष में डांगावास निवासी रामपालपुरी पुत्र गुलाब पुरी की मौत गोली लगने से एवं रतनाराम पुत्र बस्ताराम मेघवाल निवासी डांगावास एवं पोकरराम पुत्र हीराराम मेघवाल निवासी पुरोहितासनी के धारदार हथियारों से गंभीर चोटे लगने से मौके पर मौत हो गई। वहीं पांचाराम की अजमेर में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।

वहीं सोनकी पत्नी पांचाराम, गणपत पुत्र हीराराम, गणेश पुत्र हेमाराम, अर्जुन पुत्र रतनाराम, मुन्नाराम पुत्र रतनाराम, खेमाराम पुत्र शंकरराम, शोभाराम पुत्र गोविंद, भंवरी पत्नी मुन्नाराम, जसोदा पत्नी श्रवणराम, बिदामी पत्नी रतनाराम, श्रवणराम पुत्र रतनाराम एवं रामदेव जाट पुत्र शंकरराम गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के बारे में जानकारी पुलिस को मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पी.आर. डूडी, थानाधिकारी नगाराम चौधरी मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे, और घायलों को राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए भिजवाया गया। सभी घायलों का प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर राजकीय चिकित्सालय में रेफर किया गया।

इस मामले में अर्जुनराम पुत्र रतनाराम मेघवाल निवासी डांगावास ने अस्पताल में पर्चा बयान दर्ज कराया, जिसमें बताया कि, “मेरा खेत 23 बीघा 5 बिस्वा डांगावास पांडोलिया रोड़ पर आया हुआ है। मेरे पिताजी रतनाराम, काका पांचाराम, खेमाराम, मुन्नाराम, गणेश, श्रवणराम बहनोई निवासी खाखड़की, किशनाराम पुत्र पांचाराम, पोकरराम पुत्र हिराराम निवासी पुरोहितासनी, गणपतराम पुत्र हिराराम पुरोहितासनी, बिदामी पत्नि रतनाराम, सोनकी पत्नि पांचाराम, भंवरी पुत्री पुनाराम, जशोदा पत्नि श्रवणराम, पप्पुड़ी पत्नि नौरतराम वगैराह खेत में बने मकान में थे।”

उसने बताया कि, “इस बीच कानाराम पुत्र चिमनाराम ताडा, ओमाराम पुत्र चिमनाराम ताडा, दयालराम पुत्र पांचाराम जाट, प्रेमाराम, चेनाराम पुत्र खिसाराम, मानाराम पुत्र जस्साराम जाट,धारूराम पुत्र बोफाराम, कालूराम पुत्र कानाराम, श्यामलाल कमेडिय़ा निवासी डांगावास समेत 200 व्यक्ति मोटर साईकिल ट्रेक्टर पर बैठ कर खेत में आये कम से कम पचास मोटर साईकिल शामिल थी, जो घातक हथियार, लाठी, सरिया, लगिया लेकर आये कानाराम पुत्र जस्साराम जाट ने ट्रेक्टर से मकान व झोपड़ी को नुकसान पहुंचाया ओमाराम, कानाराम वगैरहा ने झोपड़ी मोटरसाईकिल, टे्रक्टर टोली आदि में आग लगा दी।”

उसने बताया कि, “सोहनी, मुन्नाराम, गणेशराम, भंवरूी, जशोदा, पप्पुड़ी, बीदामी, किशनाराम के चोटे आई, मेरे पिताजी के ओमाराम, कानाराम, कालूराम ने घातक हथियारो से चोट पहुंचाई, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। पोकरराम मेघवाल के चेनाराम खदाव ओमाराम, कानाराम, कालूराम के गंभीर चोटे पहुंचाई, जिसकी उसकी मौत हो गई। वहीं मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय मोर्चरी में रखवाएं गए है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

अवैध निर्माण वाले भवनों में अब निर्माताओं के साथ ठेकेदार, खरीददार और किराएदार पर भी होगी कार्रवाई

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जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा चार मंजिला भवनों की स्वीकृति के विरूद्ध अवैध रूप से पाॅचवी मंजिल का निर्माण करने वाले भवन निर्माताओं के साथ अब ठेकेदार, फ्लैट खरीदने और उसमें किराए पर रहने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

जेडीए आयुक्त शिखर अग्रवाल ने गुरूवार सायं ऐसे 78 प्रकरणों की समीक्षा करने के बाद कानून के प्रावधानों के तहत इन सभी पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जेडीए द्वारा ऐसे 78 भवनों को चिन्ह्ति किया गया है, जहां मानचित्र में चार मंजिल तक की स्वीकृति दी गई थी, परन्तु नियमों के विपरीत जाकर अवैध रूप से पाॅचवी मंजिल का भी निर्माण कर लिया गया है।

पूर्व में ऐसे प्रकरणों में केवल भवन निर्माता के विरूद्ध ही कार्यवाही की जाती थी, जबकि नियमों में उस मंजिल को बनाने वाले ठेकेदार, फ्लैट खरीदने और उसमें किराए पर रहने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने का प्रावधान हैं। इस निर्णय से भविष्य में नक्शे के विपरीत जाकर अधिक निर्माण करने की प्रवृति पर अंकुश लगेगा।